बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने हिंदी सिनेमा की तमाम फिल्मों में काम किया है। उनकी और जीनत अमान की फिल्म लावारिस आज ही के दिन यानि 22 मई 1981 में रिलीज हुई थी। इसे प्रकाश मेहरा ने डायरेक्ट किया था और इसका गाना 'मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है' सुपरहिर रहा। इसे पहले अल्का याग्निक ने गाया, जिन्हें बेस्ट प्लेबैक सिंगर के लिए फिल्मफेयर में नॉमिनेशन मिला। दूसरी बार अमिताभ बच्चन ने इसे अपनी आवाज दी, जो काफी पॉपुलर हुआ।
इस मूवी में अमिताभ बच्चन के अलावा अमजद खान, जीनत अमान और राखी ने अहम भूमिका निभाई थी। फिल्म की कहानी एक अनाथ के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने माता-पिता की तलाश में समाज की वास्तविकता से लड़ता है।
फिल्म ने कमाए थे 2 करोड़ से ज्यादा
लावारिस उस साल की सबसे ज्यादा कमाने वाली फिल्म बनी। ये उन दुर्लभ फिल्मों में से एक थी, जो 2 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई थी। 1984 तक सिर्फ 13 ऑल टाइम कमाने वाली फिल्में थीं, लावारिस उनमें से एक थी। इसने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (अमिताभ बच्चन) और सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता (सुरेश ओबेरॉय) के लिए एडिशनल फिल्मफेयर नामांकन अर्जित किए।
ये है मूवी की कहानी
कहानी की बात करें तो लावारिस एक अनाथ हीरा की कहानी थी, जिसे अमिताभ बच्चन ने निभाया था, जो जन्म से पहले अपने पिता (अमजद खान) द्वारा जन्म से पहले ही अस्वीकार कर दिया जाता है। उसे समाज में अपनी पहचान और वैधता स्थापित करने के लिए कई संघर्षों से गुजरना पड़ता है।
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लावारिस एक अनाथ हीरा की कहानी है, जो अमिताभ बच्चन द्वारा अभिनीत है, जो जन्म से पहले अपने पिता (अमजद खान) द्वारा विख्यात है और समाज में अपनी वैधता स्थापित करने के लिए संघर्ष करता है। विद्या (राखी) फेमस सिंगर होती है और रनवीर सिंह (अमजद खान) से प्यार करती है, जो बड़ा बिजनेसमैन है। वो शादी से पहले ही प्रेग्नेंट हो जाती है, लेकिन रनवीर चाहता है कि वो बच्चे का गर्भपात करा दे।
हीरा को जन्म देती है विद्या
विद्या बच्चे का गर्भपात नहीं कराना चाहती है, इसलिए वो रनवीर से संबंध तोड़ने का फैसला करती है। वो अपने भाई के साथ रनवीर को बिना बताए चली जाती है। इसके बाद वो बच्चे को जन्म देती है, लेकिन उसका भाई उसे उठाकर गंगू गणपत को मारने के लिए दे देता है। वो विद्या से भी झूठ बोलता है कि बच्चा मरा हुआ पैदा हुआ था। इसके बाद विद्या अस्पताल से कहीं चली जाती है।
हीरा को पता चलता है अनाथ होने का सच
दूसरी तरफ गंगू गणपत, जो शराबी होता है, वो बच्चे की मदद से कुछ पैसे कमाने के चक्कर में उसे मारने की बजाए पालने का फैसला करता है। वो बच्चे का नाम हीरा (अमिताभ बच्चन) रखता है। एक दिन हीरा गंगू की शराब की आदत छुड़ाने के लिए उसकी शराब की बोतल तोड़ देता है, लेकिन गंगू ये देखकर आगबबूला हो जाता है और उसे गुस्से में बता देता है कि वो एक अनाथ है।
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रनवीर को होता है गलती का अहसास
हीरा एक फैक्ट्री में काम करने लगता है, जिसका मालिक महेंद्र सिंह होता है। वो रणवीर सिंह का बेटा (कानूनी रूप से) होता है। रनवीर अपनी पत्नी के साथ दुखी जीवन जी रहा होता है। वह विद्या के प्रति अपने विश्वासघात के बारे में दोषी महसूस करता है और उसे लगता है कि वह मर चुकी है।
हीरा को मिलती है अपनी पहचान
महेंद्र सिंह की फैक्ट्री में काम करते हुए हीरा को लगता है कि कर्मचारियों को अच्छा पैसा नहीं मिल रहा है। ऐसे में वो इसके खिलाफ लड़ने का फैसला करता है। ये देख महेंद्र सिंह को गुस्सा आ जाता है। दूसरी तरफ मोहिनी (जीनत अमान) नाम की लड़की हीरा के प्यार में पड़ जाती है। महेंद्र हीरा को मारने के इरादे से उसका ट्रांसफर कर देता है। वहां हीरा रनवीर से मिलता है और उसके साथ मिलनसार हो जाता है। एक इवेंट के दौरान महेंद्र हीरा को मारने का प्लान करता है, लेकिन गलती से रनवीर को चोट लग जाती है। क्लाइमैक्स में रनवीर हीरा को अपने लीगल बेटे के रूप में स्वीकार कर लेता है, जो पूरे परिवार को एकजुट कर देता है।
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