इनसाइडर-आउटसाइडर की बहस पर बात करते हुए चंकी पांडे ने कहा कि जब कोई भी ऐक्टर पहली फिल्म साइन करता है, वह उसी समय इनसाइडर बन जाता है। चंकी ने यह भी कहा कि आज भी फिल्म इंडस्ट्री में बाहर से आने वाले लोगों के लिए उतने ही मौके हैं जितने पहले हुआ करते थे।
अनन्या पांडे पर शुरू से ही नेपोटिजम का प्रॉडक्ट होने का ठप्पा लगाया जाता है। इस पर चंकी पांडे ने कहा कि वह एक डॉक्टर बनना चाहते थे क्योंकि उनके माता-पिता डॉक्टर थे लेकिन ऐसा नहीं हो सका। चंकी ने बताया कि उन्होंने डॉक्टर बनने की कोशिश की थी लेकिन असफल रहे। इसके बाद वह ऐक्टर बन गए। उन्होंने कहा कि उनकी तरह उनकी बेटी ने भी खुद ही अपना करियर का फैसला लिया है।
चंकी पांडे ने कहा कि जब वह फिल्म इंडस्ट्री में आए थे तब उनकी किसी ने सिफारिश की थी और यह उस समय बॉलिवुड में बहुत बड़ी बात होती थी। अनन्या को टारगेट किए जाने पर चंकी बोले कि उन्हें लगता है कि अनन्या को इसके साथ ही जीना होगा और वह इस मामले में बहस में नहीं पड़ सकतीं।
बता दें कि अनन्या पांडे ने साल 2019 में करण जौहर की फिल्म 'स्टूडेंट ऑफ द इयर 2' से बॉलिवुड में डेब्यू किया था। इसके बाद वह कार्तिक आर्यन की फिल्म 'पति पत्नी और वो' में नजर आई थीं। जल्द ही अनन्या की तीसरी फिल्म 'खाली पीली' रिलीज होगी जिसमें उनके ऑपोजिट ईशान खट्टर नजर आएंगे।
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