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Sunday, May 2, 2021

सर्जरी के वक्‍त जानकी के हाथों में हाथ डालकर खड़े थे नकुल मेहता, कुछ ऐसे थे वह 15 मिनट

'इश्कबाज' फेम ऐक्‍टर नकुल मेहता (Nakuul Mehta) और पत्नी जानकी पारेख (Jankee Parekh) को जीवन की सबसे बड़ी खुशी मिली है। 3 फरवरी 2021 को जानकी ने बेटे सूफी को जन्म दिया। बेटे के जन्म करीब दो महीने बाद जानकी ने एक इमोशनल पोस्‍ट (Emotional Note) शेयर कर सर्जरी से डिलिवरी (Cesarean Delivery) का अनुभव बताया किया है। बीते दिनों ही जानकी और नुकल के बेटे का एक छोटा सा ऑपरेशन भी हुआ। जानकी ने अपने नए पोस्‍ट में बताया है कि कैसे डिलिवरी के वक्‍त नकुल उनके साथ हाथों में हाथ डाले खड़े थे। जानकी ने इंस्‍टाग्राम पर शेयर किया इमोशनल नोट जानकी ने अपने इंस्‍टाग्राम पर तीन स्‍लाइड में तस्‍वीरें शेयर की हैं। पहली तस्वीर में जानकी और नकुल अपने नवजात बेटे सूफी के साथ ऑपरेशन थ‍िएटर में नजर आ रहे हैं, जबकि दूसरी तस्‍वीरमें वीडियो कॉल का स्‍क्रीनशॉट है। नकुल कैमरे की ओर देखकर स्माइल कर रहे हैं। इसमें कपल के पैरेंट्स नजर आ रहे हैं। तीसरी फोटो जानकी के सिजेरियन डिलीवरी के वक्‍त की है। इस दौरान नकुल मेहता अपनी पत्‍नी जानकी का हाथ थामे नजर आ रहे हैं। 3 फरवरी को सिजेरियन डिलिवरी से हुआ सूफी का जन्‍म जानकी ने इन तस्‍वीरों को शेयर करते हुए एक लंबा चौड़ा पोस्‍ट लिखा है। वह लिखती हैं, 'मुझे अक्सर आश्चर्य होता है कि यदि मेरी सामान्य डिलीवरी होती तो कैसा होता। मुझे बच्‍चे को जन्म देने से पहले घंटों लेबर पेन से गुजरना पड़ता। जैसा कि मेरे दोस्‍तों ने बताया था, शायद मैं जल्दी ठीक भी हो जाती। लेकिन क्‍या यह इतना खुशनुमा और पूर्णता का अहसास होता? मैंने अपने बेटे सूफी को 3 फरवरी 2021 को सिजेरियन डिलीवरी के जरिए जन्म दिया।' 'मैंने नकुल की आंखों से देखी खुश‍ियां' जानकी आगे लिखती हैं, 'भले ही मुझे लेबर पेन और नॉर्मल डिलीवरी का अनुभव नहीं हुआ। लेकिन मेरे साथी ने उस पल मेरा जिस तरह हाथ थाम रखा था, मेरे पेट को काटकर जिस तरह उससे एक नया जीवन बाहर आया, यह सब हमारे लिए इतना खूबसूरत और खुश‍ियों से भरा था, जिसकी तुलना मैं किसी और चीज से नहीं कर सकती हूं। मैंने यह सब अपने पार्टनर (नकुल मेहता) की आंखों से देखा। मैं खुशनसीब हूं, मेरी गायनी डॉ. द्रुपति डधिया से लेकर मेरे एनेस्थेटिस्ट और सूर्या अस्पताल की सभी नर्सों तक ने मेरा बहुत खयाल रखा।' 'हमारी जर्नी के सबसे बेहतरीन 15 मिनट' नकुल मेहता की एक पति और साथी के रूप में तारीफ करते हुए जानकी लिखती हैं, 'इन तमाम बातों से अध‍िक सूफी के जन्म के वक्‍त नकुल का मेरे साथ रहना, एक कपल के रूप में यह हमारी जर्नी के सबसे सबसे बेहतरीन 15 मिनट थे। मुझे पता है कि कोविड-19 प्रोटोकॉल के कारण अभी ऑपरेशन थ‍िएटर में पति को अपनी पत्‍नी के साथ रहने की अनुमति नहीं होती। लेकिन सूर्या अस्‍पताल और डॉ. अवस्थी ने हमें इसकी अनुमति दी और मैं इसके लिए उनकी आभारी हूं।' 'हम उसके जन्‍म के साथ खो गए, भूल गए सबकुछ' जानकी पारेख मेहता आगे लिखती हैं, 'सूफी जब बाहर आया, हम उस पल में खो गए। हम इस कदर डूब गए कि हमारी जिंदगी के महत्वपूर्ण लोगों को भी यह खुशखबरी देना ही हम भूल गए। हमें समझ नहीं आ रहा था कि हम पहले किसे बताएं। फिर नकुल ने नानी और दादी को कॉन्फ्रेंस कॉल किया। मुझे खुशी है कि हमारे पास इसका स्क्रीनशॉट है और जब सूफी बड़ा होगा तो हम उसे यह दिखा सकेंगे।'


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